Padarth Kise Kahate Hain : दोस्तों आज हम आप को पदार्थ किसे कहते हैं के बारे में लेख लिखा है। इस लेख में हमने पदार्थ किसे कहते हैं, पदार्थ की अवस्थाएं , पदार्थ की अवस्था में परिवर्तन इस लेख मे इत्यादी के बारे में विस्तार से जानकारी दी है।
अक्सर कक्षा 7,8,9,10,11,12 के विद्यार्तियो को पदार्थ किसे कहते हैं के बारे पूछा जाता है। इसलिए विद्यार्तियो की सहायता के लिए हमने Padarth Kya Hai लिखा है।
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Padarth Kise Kahate Hain In Hindi
पदार्थ किसे कहते हैं :- रसायन विज्ञान व भौतिक विज्ञान में पदार्थ उसे कहते है जो कुछ ना कुछ स्थान घेरते है। जिनका कुछ ना कुछ आयतन हो व कुछ ना कुछ द्रव्यमान हो। उसे पदार्थ कहते है। जैसे :- जल, कार आदी।
पदार्थ के कण बहुत छोटे है।
पदार्थ के कणों के बीच स्थान होता हैं।
पदार्थ के कण निरंतर घूमते रहते है।
पदार्थ के कण एक दूसरे को आकर्षित करते है।
पहले ऐसा माना जाता था कि पदार्थ ना तो उत्पन्न किया जा सकता है और ना ही नष्ट किया जा सकता है अर्थात पदार्थ अविनाशी है इसे पदार्थ की अविनाशी ता का नियम कहा जाता है किंतु पदार्थ और ऊर्जा का परस्पर परिवर्तन संभव है यह परिवर्तन आइंस्टीन के ऊर्जा समीकरण के अनुसार होता है।

Padarth Ki Avastha
पदार्थ की अवस्थाये :- मुख्यतः पदार्थ की तीन अवस्थाएं होती है। ताप और दाब की दी गई निश्चित परिस्थितियों में, कोई पदार्थ किस अवस्था में रहेगा यह पदार्थ के कणों के मध्य के दो विरोधी कारकों अंतरा आणविक बल और ऊष्मीय ऊर्जा के सम्मिलित प्रभाव पर निर्भर करता है।
अंतरा आणविक बलों की प्रवृत्ति अणुओं (अथवा परमाणुओं तथा आयनों) को समीप रखने की होती है, जबकि ऊष्मीय ऊर्जा की प्रवृत्ति उन कणों को तीव्रगामी बनाकर पृथक रखने की होती है।
- ठोस :- यह पदार्थ की वह अवस्था है।जिसमे पदार्थों के कणों के बीच अन्तराण्विक बल प्रबल होता है। तथा ठोस में कण बारीकी से भरे रहते है। इनका आकार व आयतन निश्चित होता है। ठोस पदार्थ का संपीडयता कम होती है। ठोस का विसरण नगण्य होती है।
जैसे – पत्थर, बॉल आदी।
- द्रव :- यह पदार्थ की वह अवस्था है। जिसमे पदार्थ के कणों के बीच अन्तराण्विक बल ठोसों की तुलना में कम होता है। तथा कण गतिमान होते हैं। इनका आकार निश्चित नहीं होता है। इनको जिस आकृति में ढालना चाहे उसमे ढाल सकते है। किंतु इनका आयतन निश्चित होता है। द्रव की संपीडयता भी कम होती है। द्रव का विसरण मध्यम होता है। जैसे – जल, तेल, अल्कोहल आदि।
- गैस :- यह पदार्थ की वह अवस्था है जिसमे पदार्थ के कणों के बीच अन्तराण्विक बल बहुत कम होता है। व इसमें कण एक दूसरे से दूर दूर होते है। तथा ये बहुत अधिक गतिमान होते है। इनका आकार व आयतन निश्चित नहीं होता है। गैस की संपीडयता अधिक होती है। गैस का विसरण अधिकतम होती है। जैसे- हवा, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड।
पदार्थ का द्रव्यमान :-
पदार्थ का द्रव्यमान की परिभाषा :- किसी पदार्थ का द्रव्यमान उसमे उपस्थित द्रव्य की मात्रा हैं। द्रव्यमान स्थिर होता हैं।
द्रव्यमान का SI मात्रक किलोग्राम (KG) होता हैं।
पदार्थ का भार :- पदार्थ के भार से तातपर्य है उसपे लगने वाले गुरुत्व बल से हैं। यह एक अस्थिर राशि है।
पदार्थ का आयतन :- पदार्थ के आयतन से तातपर्य हैं उसके द्वारा घेरा गया स्थान (जगह) है।
आयतन का SI मात्रक M3 हैं।
पदार्थ का घनत्व :- किसी पदार्थ का घनत्व प्रति इकाई आयतन का द्रव्यमान होता हैं।
घनत्व = आयतन / द्रव्यमान
घनत्व का SI मात्रक Kg.m-3 होता हैं।
Padarth Ki Avastha Me Parivartan
पदार्थ की अवस्था में परिवर्तन :- पदार्थ तीन भौतिक अवस्था में रह सकते है :- ठोस अवस्था, द्रव अवस्था और गैस अवस्था। उदाहरण के तौर पर, पानी बर्फ के रूप में ठोस अवस्था में रह सकता है, पानी के रूप में द्रव अवस्था में रह सकता है और भाप के रूप में गैस अवस्था में रह सकता है।
अक्सर पूछे गए सवाल –
पदार्थ के आयतन का SI मात्रक M3 हैं
किसी पदार्थ का घनत्व प्रति इकाई आयतन का द्रव्यमान होता हैं।
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