Bal Kise Kahate Hain : दोस्तों आज हम आप को बल के बारे में लेख लिखा है। इस लेख में हमने बल किसे कहते हैं, बल के प्रकार, बल का मात्रक इस लेख मे इत्यादी के बारे में विस्तार से जानकारी दी है।
अक्सर कक्षा 9,10,11,12 के विद्यार्तियो को बल के बारे पूछा जाता है। इसलिए विद्यार्तियो की सहायता के लिए हमने Bal Kise Kahate Hain लिखा है।
Table of Contents
Bal Kise Kahate Hain In Hindi
बल किसे कहते है :- जब किसी पिंड को विराम अवस्था में से गतिमान अवस्था में लाते है। तथा गतिमान अवस्था में से विरामावस्था में लाते है। उसमे जिस कारक का उपयोग करते है। उसे बल कहते है।

अतः वस्तु पर कार्यरत बल निम्न प्रभाव को उत्पन्न कर सकता है।
1.विरामवस्था में स्थित वस्तु को गतिशील कर सकता है।
2.गतिशील वस्तु को विराम अवस्था में ले जा सकता है।
3.वस्तु की चाल में परिवर्तन कर सकता है।
4.वस्तु की दिशा में परिवर्तन कर सकता है।
5.वस्तु की आकृति में परिवर्तन कर सकता है।
Bal Ka Matrak
बल का मात्रक :- बल का SI मात्रक newton (न्यूटन) होता है विमाय सूत्र = [M L T-2] बल एक सदिश राशि है।
Bal Ke Prakar
बल के प्रकार :- बल की प्रबलता के आधार पर मुख्यतः दो प्रकार का होता है।
- संतुलित बल :- यह एक ऐसा बल होता है। जिसमे दोनों तरफ से समान बल लगाया जाता है। अर्थात इससे वस्तु की स्थिति में कोई भी प्रस्ताव नहीं होता है। उदाहरण- तराजू, झूला इत्यादि।
- असंतुलित बल :- यह वह बल होता है जिसमें दोनों तरफ से समान बल नहीं लगता है अर्थात वस्तु की स्थिति में प्रस्ताव उत्पन्न होता है। उसे असंतुलित बल कहते हैं। उदाहरण – तराजू का एक तरफ झुक जाना इत्यादि।
बल के अन्य प्रकार :- सभी बलों को दो समूहों में बांटा गया है।
- संपर्कित बल :- जब एक वस्तु दूसरे वस्तु पर सीधे भौतिक संपर्क द्वारा पर लगाता है। उसे संपर्कित बल कहते हैं। जैसे – मांसपेशीय बल, घर्षण बल इत्यादि।
- असंपर्कित बल :- जब एक वस्तु के द्वारा दूसरे वस्तु पर कुछ दूरी से बिना सीधे संपर्क बल लगाया जाता है, तो उसे असंपर्कित बल कहते हैं।जैसे – चुंबकीय बल, स्थिर विद्युत बल, गुरुत्वाकर्षण बल इत्यादि।
1. घर्षण बल :- यह वह बल है जो किसी वस्तु की गति की दिशा के विपरीत दिशा में कार्य करता है | यह दो सतहों के बीच कार्य करता है |उदाहरण- जब सड़क पर कोई कार दौड़ती है तो यह बल सड़क और कार के टायर के बीच कार्य करता है |
घर्षण बल को कम करने के लिए हम निम्न चीजों का उपयोग करते हैं :
(i) चिकनी गोली जैसे- चक्कों में बॉल बैरिंग का उपयोग
(ii) चिकनी समतल
(iii) समतल की सतह पर चिकनाई युक्त पदार्थ (लुब्रिकेंट) का उपयोग
2. अभिकेन्द्रीय बल :- जब कोई वस्तु वृत्तीय पथ पर गति करता है तो उसके केंद्र से उस पर एक बल लगता है जो उसे प्रत्येक बिंदु पर केंद्र की ओर खींचता है | इस बल को अभिकेन्द्रीय बल कहते हैं |जैसे – सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की गति
3. चुम्बकीय बल :- चुम्बक द्वारा किसी चुम्बकीय धातु पर लगाया गया बल चुम्बकीय बल कहलाता है | अथवा विद्युत चुम्बक द्वारा अपने चारों फैले चुम्बकीय क्षेत्र में चुम्बकीय धातु द्वारा बल का अनुभव करना |
4. गुरुत्वाकर्षण बल :- दो पिंडो के बीच लगने वाले आकर्षण बल को गुरुत्वाकर्षण बल कहते है | जैसे – पृथ्वी और सूर्य के बीच लगने वाला बल |
यह भी पढ़ें –
दाब किसे कहते है | दाब का मात्रक | वायुमंडलीय दाब | Daab Kise Kahate Hain
घर्षण बल किसे कहते है | प्रकार | विशेषताएँ | Gharshan Bal Kise Kahate Hain
संवेग क्या है | संवेग का मात्रक | संवेग संरक्षण का नियम | Samveg Kya Hai
हम आशा करते है कि हमारे द्वारा लिखा गया Bal Kise Kahate Hain आपको पसंद आयी होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले। इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।